Tajawal

Wednesday 24 February 2016

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Tuesday 23 February 2016

A great admirer of Prophet Mohammad (PBUH), Ram Jethmalani lashes out at BJP for its stand on AMU. 

: Defending minority character of Aligarh Muslim University in no uncertain terms, eminent jurist and former Union minister Ram Jethmalani on Tuesday said the BJP has gone mad by refusing this historic reality. While Justice Rajendra Sachar has described BJP-led NDA government’s stand on AMU as absurd and a deliberate attempt to create fight between Muslims and SCs &STs.

Addressing a press conference organized by the Aligarh Movement Foundation here at his residence, Ram Jethmalani has hit hard at the Modi government saying the BJP is enemy of the nation which has taken a nonsense stand in the AMU case.

Calling him as a great admirer of Sir Syed Ahmad Khan and the AMU, he said there is nothing wrong with the law but there is wrong with politicians. He was very harsh on the BJP saying he was one of the founders of the party but left in 1999.

On the stand taken by the government in the Supreme Court over the AMU status, Jethmalani said,” It is disgraceful for the nation and it is hurting the sentiments of religious minorities.”

Jethmalani said there was “no doubt that the AMU is a minority institution.” The granting of the legal status of a university in 1920 had in no way diluted its main character, that it was established by Muslims and for Muslims of India, he added.

This, he said, was necessary for “giving justice to Muslims and for the fulfillment of the basic objective behind the establishment of this university.”

Jethmalani said he was sure that the Supreme Court would overturn the Division Bench judgment of Allahabad High Court, which stripped AMU of its minority status. Quoting extensively from the then Governor-General of India’s speech at the AMU, he said the institution was established by the Muslim Community.

He also said he was a great admirer of Prophet Mohammad(PBUH) who said ‘walking in search of knowledge is walking in the path of God’.

“Muslims ruled the world till 13th century when they were harbinger of knowledge and even they taught Europe. But when they abandoned knowledge they had lost the glory and became the salve of Europe.”

When asked whether he will extend the legal help to the AMU, 93- year old maverick lawyer said if the AMU asked he will certainly help them in the case.

“It is my principle of legal practice, I do not go to the client, and client should come to me’.

Noted rights activist and former Chief Justice of Delhi High Court, Justice Sachar also came down hard on the BJP government for its u-turn on the AMU issue. He said it was a deliberate attempt to pit schedule castes against Muslims and people of this country will not forget it. Muslims will not forget it.

He said it was not a Muslim issue but a national issue as it has wide ramifications on the educational rights of linguistic and religious minorities. He described the government’s action as ‘absurd’ (Behooda) saying he is using mild word for this.

On the JNU issue, Justice Sachar said it reflects the fascist tendencies of the present government and misuse of power.

On the occasion, AMU teacher Prof Khurshid Anwar said the AMU‘s doors have been always open for all the communities as its first student was Raja Jaikishan and first graduate was Ishwari Das. One can compare with Banaras Hindu University and AMU, he can found more than 40 per cent students in AMU belong to non-Muslim communities, he added.

Omar Peerzada, convener of Aligarh Movement Foundation, said it was not a Muslim issue but a national issue.

We are in exercise of mobilising legal opinion about AMU Minority Status from legal Fraternity of imminence in quest for the restoration of its minority character, he added.

Sunday 21 February 2016

,,क्या कोई मेरी भी सुनेगा गुहार,, कन्हैया   ..मैं, बिहार का रहने वाला हूं,...मेरा घर मेरी मां मीना देवी के भरोसे चलता है...पिता जयशंकर सिंह पैरालिसिस के शिकार हैं मैंने...अपने  दोस्त हिमांशु के जरिए ज़मानत याचिका सीधे सुप्रीम कोर्ट में लगाई। "मैं बेकसूर हूं। मुझे गलत तरीके से फंसाया गया है।" "मैं स्टूडेंट हूं। हार्डकोर क्रिमिनल नहीं हूं।" "तिहाड़ जेल में मेरी जान को खतरा है।" "पुलिस खुद कह चुकी है कि मेरे खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं हैं।" "मैं पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई के लिए जाते वक्त मारपीट का शिकार हो चुका हूं।"
क्या है विवाद?
जेएनयू में 9 फरवरी को लेफ्ट स्टूडेंट्स के ग्रुप्स ने संसद पर हमले के गुनहगार अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया था। इसे कल्चरल इवेंट का नाम दिया गया था। जेएनयू में साबरमती हॉस्टल के सामने शाम 5 बजे उसी प्रोग्राम में कुछ लोगों ने देश विरोधी नारेबाजी की। इसके बाद लेफ्ट और एबीवीपी स्टूडेंट्स के बीच झड़प हुई। 10 फरवरी को नारेबाजी का वीडियो सामने आया। दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को नारेबाजी के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया। जेएनयू स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को अरेस्ट कर लिया। जबकि खालिद अभी फरार है। इस केस में गुरुवार को क्या हुआ?
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, जेएनयू में 9 फरवरी को अफजल गुरु के सपोर्ट में हुए प्रोग्राम के दौरान मौके पर तीन पुलिसवाले मौजूद थे। इसके बावजूद स्टूडेंट लीडर कन्हैया कुमार के खिलाफ केस एक न्यूज चैनल के वीडियो फुटेज के आधार पर दायर किया गया। चैनल ने 10 फरवरी को फुटेज चलाया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने फुटेज मांगा और केस दायर किया। राहुल ने कहा- देशप्रेम मेरे खून में है कांग्रेस डेलिगेशन के साथ प्रेसिडेंट से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा, "देशप्रेम मेरे खून और दिल में है। जो देश विरोधी नारे लगा रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। जेएनयू और सारे स्टूडेंट्स को बदनाम नहीं किया जा सकता।`` बता दें कि देशद्रोह के आरोप में कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में राहुल जेएनयू गए थे। बीजेपी ने सवाल उठाया था कि देश विरोधी नारे लगाने वालों का राहुल कैसे सपोर्ट कर सकते हैं। छह वकीलों के पैनल ने सुप्रीम कोर्ट को पटियाला हाउस कोर्ट के हालात पर अपनी रिपोर्ट भी सौंपी। इस बीच, सेंट्रल मिनिस्टर किरन रिजिजू ने कहा, "कन्हैया देशद्रोही गिरोह का नेता है। उसके खिलाफ सबूत हैं। देशद्रोह का मामला नहीं हटेगा।`` हंगामा करने वाले वकील का हुआ सम्मान,  पर लिखा था- गद्दारों को सबक सिखाएं पटियाला हाउस कोर्ट में वकीलों, स्टूडेंट्स और जर्नलिस्ट से हाथापाई करने वाले वकील विक्रम सिंह चौहान का गुरुवार को कड़कड़डूमा कोर्ट के लॉयर्स की तरफ से सम्मान किया गया। उसे फूल मालाएं पहनाई गईं। चौहान ने एक फेसबुक पोस्ट में वकीलों और लोगों से कोर्ट पहुंचने की अपील की थी। यह पोस्ट 16 फरवरी को की गई थी। इसके पहले की पोस्ट में उसने ‘गद्दारों को सबक सिखाने’ की बात कही थी।.गिलानी को 14 दिन के लिए ज्यूडिशयल कस्टडी में भेजा
दिल्ली स्थित प्रेस क्लब में देश विरोधी नारेबाजी के आरोप में दिल्ली यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी को 14 दिनों में न्यायिक हिरासत  में भेज दिया गया है। गुरुवार को उन्हें चाणक्यपुरी स्थ‍ित डिप्लोमैटिक सिक्युरिटी फोर्स के ऑफिस में पेश किया गया था। सूत्रों के मुताबिक पेशी के दौरान गिलानी से कुछ सवाल-जवाब भी किए गए, जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें ज्यूडियल कस्टडी में भेज दिया। इससे पहले उन्हें 16 फरवरी को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया था,‍ जिसका टाइम आज खत्म हो रहा था। गौरतलब है कि एसएआर गिलानी को राष्ट्रद्रोह के केस में अरेस्ट किया गया है। 

Wednesday 17 February 2016

खूब लंबा-तगड़ा एक पहलवान बस में चढ़ा।
कंडक्टर: भाई साहब, टिकट?
पहलवान: हम टिकट नहीं लेते।
कंडक्टर डर के मारे कुछ नहीं कर सका।
लेकिन कंडक्टर ने इस बात को दिल पर ले लिया।
कंडक्टर जिम जाकर खूब मेहनत करने लगा।
पहलवान रोज बस में चढ़ता।
कंडक्टर रोज पूछता: भाई साहब, टिकट?
पहलवान रोज जवाब देता: हम टिकट नहीं लेते।
कण्डक्टर ने बात को दिल पर ले ली..
रातोँ की नीँद उड़ गई
ख़ून ख़ौल उठा..
5 महीने में कंडक्टर ज़िम में कसरत करके पहलवान की तरह तगड़ा हो गया।
पहलवान फिर बस में चढ़ा।
कंडक्टर: भाई, टिकट ले ले।
पहलवान: हम टिकट नहीं लेते।
कंडक्टर छाती चौड़ी करके बोला: क्यों नहीं लेता बे?
पहलवान: पास बनवा रखा है, इसीलिए नहीं लेता।
कुछ बातें दिल पे नही लेनी चाहिए!!

Friday 12 February 2016

Muslims provide land, collect Rs 50,000 to build Ram Temple.

Morena, Feb 3: Setting a rare example of communal harmony, Muslims in Madhya Pradesh’s Morena district have given land to build Ram Temple in their village.
ramtempleMorena’s Khedakala village made headlines after the people of Muslim community here gave land to Hindus to build ‘Sri Ram Janki Temple’ in the village.
Also, these Muslims collected about Rs 50,000 and gave the amount to aid construction of temple.
Reportedly, over 80 Muslim families staying in the village didn’t think even once before offering their land to Hindus for construction of ‘Sri Ram Janki Temple’.
“Muslim brothers facilitated the construction of temple in every possible manner,” Sant Kumar Singh, Sarpanch of Khedakala village, said.

लव यू, लव यू करने से चारों ओर हो जाएगी तबाही: आसाराम.

जोधपुर नाबालिग के साथ यौन दुराचार के आरोप में फंसे आसाराम वेलेंटाइन डे मनाने के प्रचलन को सही नहीं मानते। सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) में गुरुवार को नियमित सुनवाई पर पेश होने आए आसाराम ने मीडियाकर्मियों के समक्ष कहा कि, वेलेंटाइन-डे के नाम से संस्कारो का हृास हो रहा है।
माता-पिता पूजन दिवस मनाया जाए। माता-पिता का पूजन करने से संस्कारो का विकास होगा। लव यू, लव यू करने से चारों ओर तबाही हो जाएगी, जबकि पूजन से संस्कारो का विकास होगा और संतान का कल्याण होगा

रामायण पर परीक्षा में मुस्लिम छात्रा पूरे जिले में अव्वल.

मेंगलुरु देश में असहिष्णुता पर चल रही बहस के माहौल में कर्नाटक से धार्मिक सहिष्णुता का एक बेहतरीन उदाहरण सामने आया है। कर्नाटक-केरल सीमा पर स्थित सुल्लियापडावु के सर्वोदय हाई-स्कूल की 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक मुस्लिम छात्रा फातिमात राहिला ने ‘रामायण’ पर आधारित परीक्षा में पूरे जिले में पहला स्थान हासिल किया है। राहिला पुट्टुर जिले की रहने वाली हैं। इस जिले को ध्यान में रखते हुए, यह एक अस्वाभाविक-सी खबर है।
 परीक्षा में अव्वल रहने वाली फातिमात राहिलाभारतीय संस्कृति प्रतिष्ठान ने नवंबर, 2015 में ‘रामायण’ पर आधारित एक परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा के परिणाम में राहिला को 93 प्रतिशत अंक मिले हैं। जानकारी मिली है कि राहिला हिंदू धर्म के दो सबसे बड़े धार्मिक ग्रंथों रामायण और महाभारत पर आधारित पाठ्यक्रम में पढ़ना चाहती हैं।
राहिला के पिता इब्राहिम एम (फैक्टरी कर्मचारी) ने बताया कि इस संदर्भ में राहिला के चाचा ने उसकी काफी मदद की। राहिला की माता एक घरेलू महिला हैं। मुस्लिम दंपती चाहता था कि उनकी लड़की पूरे प्रदेश में अव्वल आए।
इब्राहिम ने आगे कहा कि उनकी बेटी ने पूरे कर्नाटक में अव्वल आने के उद्देश्य के साथ बहुत मेहनत की थी, लेकिन लक्ष्य को पूरी तरह से पाने में सफल नहीं हो पाई। कक्षा 9 में ही राहिला की रुचि प्राचीन हिंदू साहित्य में बनी। राहिला ने खुद बताया कि वर्तमान सत्र की शुरुआत से ही उसने प्रतियोगिता के लिए मेहनत शुरू कर दी थी। उसने ‘महाभारत’ पर आधारित परीक्षा में भी बैठने की इच्छा जताई।
राहिला के प्रधानाचार्य शिवराम एच डी और परीक्षा के संयोजक पी सत्यशंकर भट ने स्पष्ट किया कि किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा में भाग लेने या तैयारी करने के लिए बाध्य नहीं किया जाता, यह पूरी तरह से स्वेच्छा का विषय है। सत्यशंकर ने परीक्षा के संबंध में जानकारी दी कि परीक्षा में सिर्फ साहित्यिक प्रश्न किए जाते हैं और इसमें किसी भी तरह के धार्मिक प्रश्न नहीं रखे जाते।
राहिला के स्कूल से इस बार करीबन 39 विद्यार्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया था। इस परीक्षा में सिर्फ 8वीं और 9वीं कक्षा के विद्यार्थी ही हिस्सा ले सकते हैं। बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले विद्यार्थियों को इसमें भाग नहीं लेने दिया जाता। राहिला को भी अगले सत्र में बोर्ड परीक्षा देनी है और इसलिए वह महाभारत की पढ़ाई छुट्टियों के दौरान करना चाहती हैं। 

Saturday 6 February 2016

सिद्धू को ‘आप’ में जाने से रोकने के लिए बीजेपी ने दिया बड़ा ऑफर

पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी कोई जोखिम मोल लेने के मूड में नहीं है। पार्टी ने हाल ही में आप (आम आदमी पार्टी) में शामिल होने के संकेत देने वाले अपने नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को राज्य में पार्टी प्रचार अभियान प्रमुख बनने का प्रस्ताव दिया है।
पार्टी ने पहली बार इस तरह का पद बनाया है और इससे साफ संकेत मिलते हैं बीजेपी सिद्धू को आम आदमी पार्टी का दामन थामने से रोकना चाहती है।
 बीजेपी के पंजाब प्रभारी प्रभात झा ने राजधानी दिल्ली में पिछले 2 हफ्तों में 2 बार सिद्धू के घर जाकर उनसे मुलाकात की। सिद्धू के साथ उनकी हालिया बैठक पंजाब बीजेपी प्रमुख का चुनाव करने के लिए दिल्ली में राज्य के नेताओं के पहुंचने से महज कुछ घंटे पहले हुई।
बता दें कि आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की 14 जनवरी को मुक्तसर जिले में हुई सभा के बाद पंजाब के राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि अगले विधानसभा चुनाव की दौड़ में आप बाकी सभी दलों से आगे निकल रही है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि ऐसे हालात में सिद्धू का पार्टी से अलग होना आम आदमी पार्टी को और मजबूती देगा, जो अपने तगड़े प्रचार अभियान के बावजूद अबतक मुख्यमंत्री पद के लिए अपना चेहरा नहीं तलाश पाई है।

‘कुरान आधारित है मुस्लिम पर्सनल लॉ, बदला नहीं जा सकता’ – जमीयत उलेमा-ए-हिंद

सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम महिलाओं के प्रति लिंगभेद समेत विभिन्न मसलों को लेकर दाखिल जनहित याचिका में शुक्रवार को मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद को पक्षकार बनने की अनुमति दे दी। प्रधान न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर, न्यायमूर्ति ए के सीकरी और न्यायमूर्ति आर भानुमति की 3 सदस्यीय पीठ ने केंद्र और इस संगठन को 6 हफ्तों में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।
मूल अधिकारों में दखल नहीं?
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के अटॉर्नी जनरल और नैशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी को जवाब दाखिल करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि क्या जो मुस्लिम महिलाएं भेदभाव की शिकार हो रही हैं, उसे उनके मूल अधिकार का उल्लंघन नहीं मानना चाहिए और क्या यह अनुच्छेद-14 (समानता) और 21 (जीवन के अधिकार) में दखल नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ऐसे भी कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कहा गया है लड़की को पैतृक संपत्ति में हिंदू उत्तराधिकार कानून के तहत समान अधिकार मिलने चाहिए। कई मामलों में मुस्लिम महिलाओं को पति से मिलने वाले मनमाने तलाक और दूसरी शादी करने जैसे मामले में पहली पत्नी के लिए सेफगार्ड नहीं है।
चुनौती नहीं दी जा सकती
जमीयत उलेमा-ए-हिन्द की याचिका के अनुसार सुप्रीम कोर्ट मुस्लिम पर्सनल लॉ में प्रचलित शादी, तलाक और गुजारा भत्ते के चलन की संवैधानिक वैधता की परख नहीं कर सकता है क्योंकि पर्सनल कानूनों को मौलिक अधिकारों के सहारे चुनौती नहीं दी सकती।
धर्मग्रंथ से पर्सनल लॉ
जमीयत उलेमा-ए-हिंद का कहना है कि पर्सनल लॉ को इस आधार पर वैधता नहीं मिली है कि इन्हें किसी कानून या सक्षम अधिकारी ने बनाया है। पर्सनल लॉ का मूलभूत स्रोत उनके अपने धर्मग्रंथ हैं। मुस्लिम कानून मूलरूप से पवित्र कुरान पर आधारित है और इसलिए यह संविधान के अनुच्छेद 13 में उल्लिखित ‘लागू कानून’ की अभिव्यक्ति के दायरे में नहीं आ सकता। इसकी वैधता को संविधान के भाग-3 के आधार पर दी गयी चुनौती पर नहीं परखा जा सकता।

Monday 1 February 2016

भगवान राम के खिलाफ महिला उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज.

भाजपा के फायर ब्रांड नेता और सांसद महंत आदित्यनाथ ने बिहार के सीतामढ़ी में भगवान श्रीराम और लक्ष्मण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस तरह का काम करते हैं।
यह न्यायालय के कार्य को बाधित करके आम जान को न्याय से वंचित करने की कुत्सित चेष्टा भी है। इस तरह के लोगों पर भारी जुर्माना लगाने के साथ ही उनपर कड़ी करवाई होनी चाहिए।
कहा की जो लोग शास्त्रों के वास्तविक मर्म को नहीं समझते हैं, वे इस प्रकार की अनावश्यक बातों पर समय बर्बाद करते हैं। न्यायालय आमजन को न्याय देने के लिए बनाई गई है। इस प्राकार की फिजूल की बातों के लिए नहीं।
बता दें कि बिहार के सीतामढ़ी में डुमरी कला गांव निवासी अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने शनिवार को सीजेएम कोर्ट में भगवान राम और लक्षमण के खिलाफ परिवाद दायर किया है। जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि त्रेता युग में भगवान लक्ष्मण ने एक धोबी की बातों में आकर अपनी पत्नी सीता (मां जानकी) का परित्याग कर दिया।
कोई पुरुष अपनी पत्नी के खिलाफ इतना निष्ठुर कैसे हो सकता है, वो भी तब जब वह सभी सुखों का त्याग कर उनके साथ वनवास पर रही। चंदन सिंह के अनुसार मुकदमा दर्ज कराने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं, मां सीता को न्याय दिलाना है।
परिवाद पत्र में चंदन सिंह ने लिखा कि सीता जी मिथिला की बेटी थी और सौभाग्य से वह भी मि‌थिला की धरती पर पैदा हुआ है। उन्हें लगता है कि भगवान राम ने मिथिला की बेटी के साथ न्याय नहीं किया इसलिए वह उन्हें न्याय दिलाना चाहता है।
मामले में सोमवार को सुनवाई होगी जिसके बाद तय हो सकेगा कि कोर्ट मुकदमे को स्वीकार करता है या नहीं।
हिमाचल के हमीरपुर जिले से सटे एक निजी अस्पताल में महिला से छेड़खानी का मामला सामने आया है। महिला अपनी टूटी हुई बाजू का एक्स-रे करवाने के लिए शनिवार को अपने पति के साथ हमीरपुर में एक निजी अस्पताल में गई थी। यहां हड्डी रोग विशेषज्ञ ने महिला को बाजू का एक्स-रे करवाने के लिए अस्पताल के ही एक्स-रे कक्ष में टेक्नीशियन के पास भेजा।
मौके से फरार हो गया टेक्नीशियन
एक्स-रे टेक्नीशियन ने पहले महिला की टूटी बाजू का एक्स-रे किया। महिला का आरोप है कि इसके बाद उसे कपड़े उतारने को कहा गया। टेक्नीशियन ने कहा कि शरीर के निचले हिस्से का भी एक्स-रे किया जाना है। एक्स-रे के बाद महिला डॉक्टर के कमरे में गई।
जहां पर महिला ने उनसे दोनों एक्स-रे दिखाने को कहा। डॉक्टर ने बताया कि उन्होंने तो एक ही एक्स-रे लिखा था। महिला ने कहा कि उसके दो एक्स-रे लिए गए हैं। इसके बाद डॉक्टर ने एक्स-रे टेक्नीशियन को कमरे में बुलाया।
कमरे में आने के बाद टेक्नीशियन मौके से भाग गया। महिला ने बताया कि शिकायत सुनने के बाद वे डॉक्टर भी बिना कुछ बोले चले गए। इसके बाद महिला के पति ने पुलिस को 100 नंबर पर शिकायत दी। महिला का आरोप है कि शिकायत के बावजूद ढाई घंटे तक कोई भी पुलिस कर्मचारी अस्पताल नहीं पहुंचा। इसके बाद महिला अपने पति के साथ पुलिस थाना पहुंची और उसने केस दर्ज करा दिया।
महिला ने न्याय न मिलने पर महिला आयोग और न्यायालय जाने की चेतावनी दी है। इस बारे में जब अस्पताल का पक्ष जानने की गई तो अस्पताल प्रबंधन ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया। अस्पताल एक रसूखदार व्यक्ति का बताया जा रहा है।
पुलिस को 100 नंबर पर सूचना मिली थी। पुलिस ने महिला की शिकायत पर अस्पताल के एक्स-रे टेक्नीशियन के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम रवाना कर दी गई है। -राजेंद्र कुमार, एसएचओ, पुलिस थाना हमीरपुर

कोल्हुई कस्बे में पेट्रोल पम्प के पास तेज रफ्तार से जा रही कार विद्युत पोल व ट्रक से टकराकर पलट गई कार में सवार तीन लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो अन्य व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं।

कोल्हुई कस्बे में पेट्रोल पम्प के पास तेज रफ्तार से जा रही कार विद्युत पोल व ट्रक से टकराकर पलट गई कार में सवार तीन लोगों की मौके पर...